हाय….आंटीज..अंकल्स एंड दीदी लोग..या..दिस इज मी..रामप्यारी.. आज शाम के नये सवाल मे आपका स्वागत है. तो आईये अब शुरु करते हैं आज का “कुछ भी-कही से भी” मे आज का सवाल.
सवाल है : इन को पहचानिये?

तो अब फ़टाफ़ट जवाब दिजिये. तब तक रामप्यारी की रामराम.
Promoted By : ताऊ और भतीजा
23 comments:
24 August 2009 at 18:00
GULZARI LAL NANDA
24 August 2009 at 18:01
GULZARI LAL NANDA
24 August 2009 at 18:03
देखा !!
मैंने पहले ही कह दिया था न
आज मेरा नंबर है जीतने का
कहाँ पड़े हो चक्कर में
कोई नहीं है टक्कर में
जागो शूर वीरों जागो
24 August 2009 at 18:06
sh gulzari lal nanda
regards
24 August 2009 at 18:07
गुलजारी लाल नन्दा
24 August 2009 at 18:08
GULZARI LAL NANDA
24 August 2009 at 18:08
Following the death of Pt. Nehru, sh gulzari lal nanda was a sworn in as Prime Minister of India on May 27, 1964. Again on January 11, 1966, he was sworn in as Prime Minister following the death of Shri Lal Bahadur Shastri at Tashkent.
regards
24 August 2009 at 18:18
ये हैं श्री गुलजारी लाल नंदा...पक्की खबर है ये.
नीरज
24 August 2009 at 18:18
gulzari lal nanda
24 August 2009 at 18:19
Shri Guljari Lal Nanda
24 August 2009 at 18:56
Shri Guljari Lal Nanda Ji
Hamare purv prime minister
24 August 2009 at 18:57
Shri Guljari Lal Nanda Ji
Hamare purv prime minister
24 August 2009 at 18:58
http://www.indiafolder.com/indian-photos/img/Politicians/Guljari.jpg
24 August 2009 at 18:59
http://www.indiapicks.com/stamps/Gallery/1999-2000/1851_Gulzarilal_Nanda.jpg
24 August 2009 at 19:04
चित्र वाले मान्यवर
या तो
चरित्र अभिनेता रहे हैं
या फिर कोई साहित्यकार !
क्यूँ समीर जी ? :)
24 August 2009 at 20:41
प्रकाश भाई
सटीक अंदाज लगाना तो कोई आपसे सीखे! वाह!!
24 August 2009 at 21:01
माननीय मैथिलीशरण गुप्त जी के समकालीन लगते हैं। अवश्य ही साहित्यकार हैं और स्वतंत्रता सेनानी भी। क्यों रामप्यारी। नाम बतलाना जरूरी है क्या। वैसे ये इंसान हैं। वही इंसान हैं जो इंसान आज खो गया है और हम सब उसी की तलाश में मारे मारे फिर रहे हैं।
24 August 2009 at 22:59
प्रकाश जी ने
दिल्ली में बिजली पर
सब्सिडी खत्म करने पर
अपनी रोशनी बढ़ा दी है।
सबसे पहले आकर
जानकारी जुटा ली है
।
राम राम।
25 August 2009 at 00:40
badhaayee pratham vijeta ko!
25 August 2009 at 07:41
इतने सारे सही जवाब है ..एक हम न देंगे तो के फरक पड़ेगा ...रामप्यारी जी ..!!
25 August 2009 at 11:14
हमारे पास भी उडती अडती खबर आई है ये श्री गुलजारी लाल नन्दा जी ही हैं!!!!
25 August 2009 at 11:55
अविनाश जी जानकारी जुटायी नहीं
पहले से थी जानकारी !
अरे जब मैं नंदा और गुलशन नंदा को जानता हूँ तो इनको क्यों नहीं जानूंगा ?
पचास-पचास कोस दूर तक मेरा नाम ऐसे ही नहीं है
वो तो उस दिन पूँछ वाले केस में जरा गच्चा खा गया था
अब मुझ जैसे मासूम को क्या मालूम था
ये लट्ठ वाले ताऊ इतनी बड़ी धांधली करेंगे कि
पूरा बन्दर गायब करके सिर्फ पूँछ थमा देंगे और बोलेंगे .... लो बेटा चीन्हो !
अभी तक मुझे किसी ने बधाई नहीं दी
ये अच्छी बात नहीं है जी
25 August 2009 at 13:10
@ प्रकाश गोविन्द
बधाई में चाहो तो पूरी रजाई ले लो
पर यह मत कहना कि गर्मी है
उतारी हमने अपनी जर्सी है।
आप वैसे तो गोविन्द है
गोविन्द का है सारा जहां
प्रकाश आप फैला ही रहे हैं
आलोकित जग सारा।
बधाई लो बधाई दो
बनाते हैं लगाते हैं नया नारा।
सभी से निवेदन है कि क्योंकि प्रकाश गोविन्द ने बिल्कुल सही उत्तर दिया है, इसलिए इन्हें सर्वप्रथम टिप्पणी से उतार कर नीचे आने वाली सभी टिप्पणियों में जोड़ दिया जाए। इसके लिए अग्रिम बधाई दे दी जाए, मैं इसकी पुरजोर अनुशंसा करता हूं।
जय गोविन्द
जय जय गोविन्द।
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