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नमस्कार दोस्तों...मैं उडनतश्तरी "खुल्ला खेल फ़र्रुखाबादी" (119) के जवाबी अंक में आप सबका एक बार पुन: स्वागत करता हूं. कल आप सबके साथ आयोजक के नये रुप मे बहुत मजा आया. एक अलग प्रकार का अनुभव...यानि चुपचाप आप सब पर नजर रखना. बीच बीच मे आपसे बात करना... वाकई बहुत आनंद आया.
कल का सवाल शायद वाकई मुश्किल था. पर आप सभी ने जिस तरह कोशीश की वो काबिले तारीफ़ है. मैं ये नही कहता कि जीत हार के कोई मायने नही होते..बिल्कुल होते हैं. लेकिन सवाल हमारी मेहनत का है. आपने बहुत मेहनत की, जिस तरह से रेखा जी और सीमाजी के जवाब देने मे चंद सैकिंडों का फ़ासला था उसको शायद हम भाग्य कहते होंगे? इस पर तो संगीता जी या प.डी.के.शर्मा जी ही ज्यादा प्रकाश डाल सकते हैं.
कल की विजेता सीमा गुप्ता को एक समारोह यही आयोजित किया जायेगा उसमे बिखरे मोती और प्रमाणपत्र भेंट किया जायेगा. जिसकी सूचना आपको दे दी जायेगी.
सहयोग और इस आयोजन को सफ़ल बनाने के लिये आप सभी का आभार और यह मौका देने के लिये रामप्यारी मैम का भी बहुत आभार
अब "खुल्ला खेल फ़र्रुखाबादी" (119) के सही जवाब का चित्र देखिये ...यह रहा !
और फ़र्रुखाबादी विजेता हैं सीमा गुप्ता बधाई!
seema gupta said...
nazneen. Regards
20 November 2009 20:49
आज के बाकी विजेता गण इस प्रकार हैं.
१.रेखा प्रहलाद,
२.दीपक मशाल,
बहुत बहुत बधाई!
और अब अंत में..सहयोग और साथ देने के लिये
देवेंद्र जी,
मुरारी पारीक जी,
सर्किट भाई, सुनीता शानु,
संगीता पुरी जी,
Pandit Kishore Ji
मुरारी पारीक जी,
अजयकुमार
पी.सी.गोदियाल जी,
तोसे लागे नैना
Ratan Singh Shekhawat
संजय तिवारी ’संजू’
Gagan Sharma, Kuchh Alag sa
प. डी.के. शर्मा "वत्स",
महफ़ूज भाई,
संजय बेंगाणी
रंजन
आप सभी का बहुत बहुत आभार. और साथ ही डाँ. झटका का भी..जो इस खेल को हमारे लिये मनोरंजक बनाते हैं. और सबसे आखिर मे ऐसा शानदार और मनोरंजक मंच उपलब्ध करवाने के लिये ताऊ का भी आभार.
आप लोगों के साथ यहां थोडा समय बिताना बहुत अच्छा लगता है. आपके साथ और सहयोग के लिये पुन: अभार.
अब अगला फ़र्रुखाबादी सवाल आज शाम को ठीक ६ बजे पेश करेंगी खुद रामप्यारी मैम और डाँ.झटका, जो कि मुरारी पारीक जी की फ़रमाईश पर उनके प्रिय विषय पशु जगत से होगा. तब तक मैं आप सबसे इजाजत चाहुंगा. नमस्कार.
10 comments:
21 November 2009 at 16:20
Badhai ho Seema:(
21 November 2009 at 16:37
सीमा गुप्ता जी को बधाई !!
21 November 2009 at 16:45
seema ji ko bahut bahut badhai......
21 November 2009 at 17:00
वो तो सब ठीक है समीर साहब, पर यी आपके हाथ के पीछे लकड़ी के पिटारे में क्या रखा है ? मुझे जानी-पहचानी सी चीज दिख रही है :)
21 November 2009 at 17:07
सीमा जी को बधाई!!
हमें पता था कि समीर जी आयोजक बने हैं तो अब कि सवाल मुश्किल ही होगा :)
21 November 2009 at 17:50
फ़र्रुखाबादी विजेता सीमा गुप्ता जी को बधाई!
21 November 2009 at 17:58
सीमा गुप्ता जी को बधाई !!
22 November 2009 at 07:13
सीमा गुप्ता जी को बधाई
22 November 2009 at 15:01
Seema ji ko bahut bahut badhai..
23 November 2009 at 10:28
आप सभी का बेहद आभार.
regards
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