"खुल्ला खेल फ़र्रुखाबादी" (124) के सही जवाब का चित्र यह रहा !

और फ़र्रुखाबादी विजेता हैं देवेंद्र जी, बधाई!
Devendra said...
matar ka khet
25 November 2009 18:02
इसके अलावा अन्य विजेता इस प्रकार रहे.
२.रेखा प्रहलाद
३.मुरारी पारीक
४.संगीता पुरी,
५.डा.रुपचंद्र शाश्त्री "मयंक,
६.अजयकुमार जी झा
७.M VERMA
आप सबको बहुत बधाई और शुभकामनाएं.
अब प. डी.के. शर्मा "वत्स", का हिसाब किताब इस प्रकार है.
कुल टिप्पणीयां लेना बाकी थी = ५५
कल वसूल पाई = १३
बाकी बची = ४२
आज का दंड ब्याज = ११
गिनने का खर्चा = ११
हिसाब रखने का खर्चा = ११
कुल शेष टिप्पणियां लेना बाकी = ७५
पंडितजी को नेक सलाह है कि अविलंब शेष राशि का भुगतान करने की व्यवस्था करें. कल मुन्नाभाई की चर्चा मे भी इसकी चर्चा हो चुकी है. फ़िर दूसरी जगह भी चर्चा होगी...अच्छा नही लगता. आपकी फ़ोटो भी सब जगह छप रही है.:)
और ज्यादा विलंब होने पर कमेटी यह केस मुन्ना भाई और सर्किट को वसूली हेतु भी सौप सकती है. अगर आपने यह नोटिस मिलने तक राशि जमा करा दी हो तो इसे निरस्त समझा जावे.
सदैव आपकी सेवा में.
अगला फ़र्रुखाबादी सवाल आज शाम को ठीक ६ बजे. तब तक रामप्यारी की तरफ़ से नमस्ते.
4 comments:
26 November 2009 at 17:22
देवेन्द्र जी को बधाई !!
26 November 2009 at 17:26
देवेन्द्र जी बधाई हो।
26 November 2009 at 17:29
देवेन्द्र जी को बधाई!!
कोई बात नहीं रामप्यारी, डा. झटका और समीर लाल जी...ऊपर वाला सब देख रहा है...सबके कर्मों का हिसाब यहीं होगा...आप तीनों का भी :)
26 November 2009 at 17:49
पहले देवेन्द्र भाई को बधाई.
फिर,
मुझ गरीब को क्यूँ लपेटा जा रहा है पंडित जी. मैं तो आप सा ही हूँ. आपसे सीखा हुआ. :)
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