खुल्ला खेल फ़र्रुखाबादी (148) : आयोजक उडनतश्तरी

बहनों और भाईयों, मैं उडनतश्तरी इस फ़र्रुखाबादी खेल में आप सबका हार्दिक स्वागत करता हूं.

जैसा कि आप मुझसे भी ज्यादा अच्छी तरह से जानते हैं कि मैं क्यों ५ सप्ताह तक इस खेल का आयोजक रहूंगा. इस खेल के सारे नियम कायदे सब कुछ पहले की तरह ही रहेंगे. सिर्फ़ मैं आपके साथ प्रतिभागी की बजाय आयोजक के रुप मे रहुंगा. डाक्टर झटका भी पुर्ववत मेरे साथ ही रहेंगे.

आशा करता हूं कि आपका इस खेल को संचालित करने मे मुझे पुर्ण सहयोग मिलता रहेगा क्योंकि अबकी बार आयोजकी एक दिन की नही बल्कि ५ सप्ताह की है. और इस खेल मे हम रोचकता बनाये रखें और आनंद लेते रहें. यही इसका उद्देष्य है. तो अब आज का सवाल :-

नीचे दो चित्र जुडे हुये है. ये बताईये कि नीचे वाला चित्र किसका हैं?





तो अब फ़टाफ़ट जवाब दिजिये. इसका जवाब कल शाम को 4:00 बजे तक कभी भी दिया जायेगा, मैं और डाक्टर झटका खेल दौरान आपके साथ रहेंगे.


"बकरा बनाओ और बकरा मेकर बनो"


.टिप्पणियों मे लिंक देना कतई मना है..इससे फ़र्रुखाबादी खेल खराब हो जाता है. लिंक देने वाले पर कम से कम २१ टिप्पणियों का दंड है..अधिकतम की कोई सीमा नही है. इसलिये लिंक मत दिजिये.


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Promoted By : ताऊ और भतीजाएवम कोटिश:धन्यवाद

55 comments:

  ब्लॉ.ललित शर्मा

19 December 2009 at 18:08

एक बरगद एक पीपल
दोनो मे हो रही टसल

  Murari Pareek

19 December 2009 at 18:12

bajre ke do bhutte

  Murari Pareek

19 December 2009 at 18:12

lalitji raam raam rachnaa nahi pahunci aapki!!

  Murari Pareek

19 December 2009 at 18:13

khejdi

  ब्लॉ.ललित शर्मा

19 December 2009 at 18:14

मुरारी भाई-आज ही आया हुँ, इलेक्शन से, बस आपकी सेवा मे प्रस्तुत करता हुँ।

  श्री श्री १००८ बाबा समीरानन्द जी

19 December 2009 at 18:20

जय हो.




भक्तों को बाबा का बहुत आशीष.

बाबा के आश्रम पधार कर आशीर्वाद ले लो...

नोट:

. पहेली में भी जीतने के लिए आश्रम में हवन करवाया जाता है.

. हमारी कोई ब्रान्च नहीं है.

. नकलचियों से सावधान.

. ब्लॉगजगत के एकमात्र सर्टीफाईड एवं रिक्गनाईज्ड बाबा.

-सबका कल्याण हो!!


सूचना:

-बाबा प्रॉडक्टस के लिए आश्रम पधारें-

कुंभ की विशेष छूट

बेहद सस्ते दामों पर

महा सेल-महा सेल-महा सेल

नोट:

ऐसा मौका फिर १२ साल बाद आयेगा.

  Udan Tashtari

19 December 2009 at 18:22

मुरारी बाबू और ललित जी को प्रणाम!!


आज ये पहेली कुछ अलग टाईप की लग रही है. :)

  Anonymous

19 December 2009 at 18:30

Namaskar!
mujhe to ye puppies ya phir kisi aur janwar ke bachhe lagate hai.

  Udan Tashtari

19 December 2009 at 18:31

रेखा जी को नमस्कार पहुँचे!!

  Anonymous

19 December 2009 at 18:37

नमस्कार! sameerji.

  पी.सी.गोदियाल "परचेत"

19 December 2009 at 18:38

राम-राम !

  पी.सी.गोदियाल "परचेत"

19 December 2009 at 18:39

एक जानवर most probable जिराफ
के अगले दो पैर

  पी.सी.गोदियाल "परचेत"

19 December 2009 at 18:39

समीर जी को राम राम !

  पी.सी.गोदियाल "परचेत"

19 December 2009 at 18:40

janaav jab aap nahee rahte to is blog par bhee raunak kam ho jaatee hai !

  पी.सी.गोदियाल "परचेत"

19 December 2009 at 18:40

ललित जी को राम -राम !

  पी.सी.गोदियाल "परचेत"

19 December 2009 at 18:41

Muraai bhai ko bhee ram-raam

  पी.सी.गोदियाल "परचेत"

19 December 2009 at 18:41

Murari bhai aap hamse kuch khafaa se chal rahe hain kya ? koi galtee ho gai ho jaane anjaane to maaf !

  Udan Tashtari

19 December 2009 at 18:42

राम राम प्रभु गोदियाल साहेब!!

  पी.सी.गोदियाल "परचेत"

19 December 2009 at 18:42

एक सजेसन ताऊ को:
agar yaha par hee मेसेज बॉक्स में हिंदी लिखने की सुविधा हो जाती तो ?

  पी.सी.गोदियाल "परचेत"

19 December 2009 at 18:44

अरे समीर साहब, आप इस नाचीज को इतना ऊपर मत चडाओ कि उतरने में इसे बहुत दिक्कत हो

  Udan Tashtari

19 December 2009 at 18:44

:)

  गगन शर्मा, कुछ अलग सा

19 December 2009 at 18:45

गलत-सलत उत्तर देने से तो अच्छा है सबको राम-राम कह कर झरोखे पर बैठ हल की प्रतिक्षा करना। (:

राम-राम भाईजी

  पी.सी.गोदियाल "परचेत"

19 December 2009 at 18:45

एक शेर पेश करने की इजाजत चाहता हूँ ;

  पी.सी.गोदियाल "परचेत"

19 December 2009 at 18:45

waqt thora hai pas mere
par bahut kuch abhi karna baki hai
wo jakhm jo apno ne diye use abhi bharna baki hai
teri mohabbat ki aadat pad gayi hai mujhe
kuch der tere sath chalna baki hai
samshan mein jalta chhodkar mat jana warna ruh kahegi
Ruk ja abhi iska DIL jalna baki hai

  डाँ. झटका..

19 December 2009 at 18:46

आभार


गोदियाल साहब का सुझाव तकनिकी विभाग को भेज दिया गया है. संसाधनों के आधार पर शीघ्र निर्णय लिया जायेगा.

धन्यवाद.

  पी.सी.गोदियाल "परचेत"

19 December 2009 at 18:47

thank you Dr. jhatkaa !

  Udan Tashtari

19 December 2009 at 18:48

samshan mein jalta chhodkar mat jana warna ruh kahegi
Ruk ja abhi iska DIL jalna baki hai


-बहुत खूब!! वाह वाह!!

  पी.सी.गोदियाल "परचेत"

19 December 2009 at 18:48

चलता हूँ राम-राम !

  Udan Tashtari

19 December 2009 at 18:49

गगन साहब, शायद डॉक्टर ही कुछ क्लू दें आज तो.. :)

  पी.सी.गोदियाल "परचेत"

19 December 2009 at 18:49

Tomorrow I'm not available see you on Monday, Hv a nice weekend to all my bros and sis!

  makrand

19 December 2009 at 18:49

सभी उपस्थित आंटियों और अंकलों को बालक मकरंद का नमस्कार पहुंचे.

पहुंचा क्या? बताईये.

  ब्लॉ.ललित शर्मा

19 December 2009 at 18:50

सभी को राम-राम

  makrand

19 December 2009 at 18:50

ये सूखे हुये पपीते के पेड हैं.

  makrand

19 December 2009 at 18:51

ललित अंकल नमस्ते

  श्री श्री बाबा शठाधीश जी महाराज

19 December 2009 at 18:54

अलख निरंजन बच्चा लोग

  makrand

19 December 2009 at 18:55

श्री श्री बाबा शठाधीश जी महाराज को दंड परणाम बाबा..कहां से आर्हे हो? ढोसी के पहाडॊ से?

  Udan Tashtari

19 December 2009 at 18:55

पहुँच गया बालक मकरंद!!


आज बाबा बड़े दिन बाद आये!!

  makrand

19 December 2009 at 18:57

समीर अंकल नमस्ते.

  makrand

19 December 2009 at 18:57

कल रविवार की छुट्टी है ना..इसलिये मम्मी ने कहा आज जाकर खेल आवो..तो मैं यहां आगया.

  श्री श्री बाबा शठाधीश जी महाराज

19 December 2009 at 18:59

ठंड बढ गयी है और मुरारी बच्चा हमारी लंगोटी ले गया है। इतनी ठंड मे बिना लंगोटी आना मुस्किल है, महफ़ुज बच्चा ने नैइ लंगोटी भेजी है, तब आया हुँ

  Udan Tashtari

19 December 2009 at 19:00

बहुत बात मानने लगे हो आजकल मम्मी की. अच्छे बच्चे हो गये हो. शाबास!!

  makrand

19 December 2009 at 19:00

आज हमारी इस पहेली की सक्रिय मेम्बर संगीता आंटी का जन्म दिन है...उनको जन्म दिन की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं.

  Udan Tashtari

19 December 2009 at 19:00

चलो, बाबा, काम चलना चाहिये. आप मुरारी बाबू को पहचान नहीं पाये.... :)

  सर्किट

19 December 2009 at 19:04

सर्किट भाई आगयेले हैं..सबकू नमस्ते

  सर्किट

19 December 2009 at 19:05

ये केले के सूखे पेड लगरेले हैं बाप?

  श्री श्री बाबा शठाधीश जी महाराज

19 December 2009 at 19:13

स्वामी समीरानंद जी के आश्रम मे तो बढिया प्रवचन चल रहा है, माईक की आवाज हमारे आश्रम तक आ रही है, आपको अलख निरंजन

  Anonymous

19 December 2009 at 20:15

drumstick ped ka tana????????????

  डाँ. झटका..

19 December 2009 at 20:21

जरुरी क्ल्यु दिया जारहा है

  डाँ. झटका..

19 December 2009 at 20:22

यह कोई पेड का तना नही है, जिंदा पशु हैं. और इनसे संबंधित पहेली पहले भी पूछी जा चुकी है.

  Udan Tashtari

19 December 2009 at 20:33

बताओ, लोग क्या क्या सोच गये और तब आये हैं डॉक्टर झटका...मकरंद तो फिल्म देखने निकल गया लगता है.

  Udan Tashtari

19 December 2009 at 20:43

५१ वीं

  Purnima

19 December 2009 at 21:54

jawaab hai -
hippopotamus

  Anonymous

20 December 2009 at 07:02

Haathi ka pair (leg):)

  seema gupta

20 December 2009 at 10:39

hmmm mujhe to ye nevle yani mongoose nazar aa rhe hain or ek nahi doo doo hain ye. Regards

  Anonymous

20 December 2009 at 11:55

Mera pehla anuman hi sahi nikala do janwar ke bache hai mangoose (khal se to nevale hi lagate hai) ya phir kisi aur janwar ke.

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