बहनों और भाईयों, मैं उडनतश्तरी इस फ़र्रुखाबादी खेल में आप सबका आयोजक के बतौर हार्दिक स्वागत करता हूं.
नीचे का चित्र देखिये और बताईये कि यह किस के फ़ूल है? तो देर किस बात की? फ़टाफ़ट जवाब दिजिये!

तो अब फ़टाफ़ट जवाब दिजिये.
टिप्पणियों मे लिंक देना कतई मना है..इससे फ़र्रुखाबादी खेल खराब हो जाता है. लिंक देने वाले पर कम से कम २१ टिप्पणियों का दंड है..अधिकतम की कोई सीमा नही है. इसलिये लिंक मत दिजिये.
10 comments:
5 March 2010 at 18:45
Neem ke phool:)
5 March 2010 at 18:58
जातक के हथेली की रेखाओं को देखकर लगता है कि प्रारंभिक शिक्षा में काफी विध्न रहा होगा एवं बचपन में स्वास्थय के प्रति अभिभावक निरंतर परेशान रहे होंगे.
आत्मविश्वास की कमी भी स्पष्ट दृष्टिगोचर है. इसका ज्योतिष उपाय बताया जा सकता है.
बाकी रेखाएँ तो पौधे के कारण छिप गई हैं वरना और बांच देते. :)
5 March 2010 at 19:08
हा-हा-हा-हा वाह समीर जी !
5 March 2010 at 19:10
नीम तो नहीं है क्योंकि कोई छोटा पौधा है जो हथेली के पास है !
5 March 2010 at 19:58
हा,,,हा,,हा,,हा,,हा,,हा,,हा.
बहुत खूब समीर जी बहुत खूब
देखिये इधर मै ठहाका लगा रहा हूँ
आपका हस्त-रेखा ज्ञान लाजवाब है
5 March 2010 at 21:00
समीर जी आज तो आप की बात पढ़ कर मुझे भी हँसी रोके नहीं रुक रही ..सच में आप ने जो लिखा है उसे पढ़ कर अब मुझे भी सिर्फ़ हाथ की रेखाएँ दिखाई दे रही हैं..और कुछ नहीं...
पंडित वत्स जी भी आते होंगे...बाकी का भविष्य वो ही बताएँगे .
5 March 2010 at 21:03
रेखा आंटी नाम्स्ते
5 March 2010 at 21:03
समीर अंकल नमस्ते
6 March 2010 at 07:32
यह तो सफेद गुड़हल का फूल मालूम होता है !
6 March 2010 at 20:34
सौंफ का फूल है
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